🌿 Jhabua Me Ghumne Ki Jagah – झाबुआ की 5+ प्रमुख घूमने लायक जगहें

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झाबुआ, मध्य प्रदेश का एक सांस्कृतिक  विरासत से भरपूर जिला माना जाता है यह जिला न केवल अपने आदिवासी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यहां पर घूमने के लिए आपको काफी साड़ी एक से बढ़कर एक जगह मिलती है जो अभी भी टूरिस्ट से छुपी हुई है अगर आप शांति संस्कृति लोक कला और प्राकृतिक बाजारों से भरपूर एक ऐसा टूर प्लान कर रहे हैं जहां भीड कम हो और अनुभव अनमोल हो तो यह आर्टिकल आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट होने वाला है क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको Jhabua Me Ghumne Ki Jagah के बारे में विस्तार से बताएंगे।

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1. 🎨 झाबुआ लोकल बाज़ार (Jhabua Weekly Haat Bazaar)

क्या खास है?
झाबुआ बाजार झाबुआ का बाजार सिर्फ  मार्केट नहीं है याह आपको आदिवासी कला गहने पारंपरिक कपड़े और संस्कृति की झलक देखने के लिए मिलती है यह रविवार को लगता है भील और भगोरिया जन जाती की रंग बिरंगी संस्कृति आपको देखने के लिए मिलती है पारंपरिक झाबुआ  हाथ से बनी हुई चीजों को आप यहां पर खरीद सकते हैं।

  • हर हफ्ते रविवार को लगता है
  • भील और भगोरिया जनजातियों की रंग-बिरंगी संस्कृति
  • पारंपरिक झाबुआ गहनों और हस्तशिल्प की खरीदारी

📸 टिप: यहाँ से आप लोकल हेंडीक्राफ्ट लेकर जा सकते हैं जो ऑनलाइन महंगे दामों पर मिलते हैं।

Outbound Link: Tribal Museum Bhopal – जानें मध्यप्रदेश की आदिवासी संस्कृति के बारे में।


2. 🕍 देवझिरी मंदिर (Devjhiri Mandir)

क्या खास है?
देवगिरी मंदिर यह एक प्राकृतिक झरने के पास स्थित पवित्र जगह है जो भक्तों में टूरिस्ट दोनों के लिए बीच प्रसिद्ध है यहां पर आपको प्राकृतिक जलधारा देखने को मिलती है श्रद्धालुओं के लिए यहां का बहुत महत्व यह जगह काफी ज्यादा शांत है और आपको काफी ज्यादा पसंद आने वालीहै।

  • प्राकृतिक जलधारा और हरियाली से घिरा हुआ स्थान
  • श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक महत्व
  • शांति प्रिय और ध्यान के लिए अच्छी

🌿 बोनस टिप: मंदिर परिसर के पास आपको झरना और चट्टानें मिलेंगी जहाँ आप परिवार या दोस्तों के साथ पिकनिक भी मना सकते हैं।


3. 🌄 सूर्यमुखी पहाड़ी (Surmukhi Pahadi)

क्या खास है?
सूरजमुखी पहाड़ी यह पहाड़ी न केवल ट्रैकिंग के लिए अच्छी मानी जाती है बल्कि यहां से झाबुआ का खूबसूरत नजारा भी दिखाई देता है नेचर लवर और फोटोग्राफर के लिए यह जगह काफी अच्छी है सूरज उगने और डूबने के समय का नजारा देखने लायक होता है भीड़भाड़ से दूर एक शांत जगह है।

  • नेचर लवर्स और फोटोग्राफर्स के लिए बेस्ट स्पॉट
  • सूरज उगने और ढलने का खूबसूरत नजारा
  • भीड़-भाड़ से दूर एक शांत प्लेस

📷 यहाँ की फोटो Instagram पर #HiddenJhabua के नाम से ट्रेंड कर रही है।


4. 🎭 भगोरिया मेला (Bhagoria Festival)

क्या खास है?
बागरिया मेला झाबुआ और अलीराजपुर जिले में मनाया जाने वाला एक पारंपरिक त्यौहार है यह मेला एक प्रेम प्रस्ताव का भी प्रतीक माना जाता है जहां युवक युवतिया   गीतों और डांस के साथ अपने जीवन साथी को चुनते हैं होली से 7 दिन पहले आयोजित किया जाता है आदिवासी संस्कृति और पारंपरिक परिधानों का यहां पर प्रदर्शन किया जाता है।

  • होली से 7 दिन पहले आयोजित किया जाता है
  • आदिवासी संस्कृति और पारंपरिक परिधानों का प्रदर्शन
  • विदेशी टूरिस्ट भी यहां आते हैं

📅 मार्च के महीने में ट्रेवल प्लान करें तो इस मेले का आनंद लें।

📝 Outbound Source: Incredible India – Bhagoria Festival


5. 🌳 काटथी बांध (Kaththi Dam)

क्या खास है?
काटथी बांध यह भांड  जिले के शांत और हरे भरे  वातावरण में बना हुआ है जो स्थानीय लोगों के लिए काफी ज्यादा पसंद आता है यहां पर आप पिकनिक कर सकते हैं मछली पकड़ सकते हैं यहां का वातावरण और ताजा हवा आपके लिए देखने को मिलती है अगर आप यह जा रहे हैं तो आपको यह जगह देखने के लिए भी जरूर जाना चाहिए।

  • शुद्ध वातावरण और ताज़ा हवा
  • फैमिली पिकनिक के लिए अच्छा
  • सूर्यास्त के समय का खूबसूरत  नजारा

📍 कैसे पहुंचे? झाबुआ शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। ऑटो या बाइक से पहुंचा जा सकता है।


6. 🧵 झाबुआ की हाथ से बानी हुयी चीज़ (Jhabua Tribal Handicrafts)

क्या खास है?
झाबुआ की हाथ से बनी कला पूरे देश में प्रसिद्ध है  अगर आप हाथ से बनी हुई चीजों में इंटरेस्ट रखते हैं तो आपको इस जगह पर यह सब मिल जाएंगे।

  • Tribal Art Lovers के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन
  • NGO और कुटीर उद्योगों से सीधे खरीदी कर सकते हैं
  • लोकल कलाकारों का सपोर्ट

इंटरलिंक:
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📅 झाबुआ घूमने का सही समय

मौसम अवधि विशेषताएँ
सर्दी नवम्बर – फरवरी ठंडा मौसम, ट्रेकिंग के लिए अच्छा
भगोरिया मेला फरवरी – मार्च लोक उत्सव और रंग
मानसून जुलाई – सितम्बर हरियाली और झरने

🧭 कैसे पहुंचें झाबुआ?

  • रेलवे: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन – मेघनगर (Meghnagar Junction), जो झाबुआ से 15 KM दूर है।
  • सड़क मार्ग: इंदौर, रतलाम, धार से सीधी बस सर्विस उपलब्ध।
  • एयरपोर्ट: नजदीकी एयरपोर्ट – इंदौर (190 KM)

🏨 कहाँ ठहरें?

  • बजट होटल्स: Hotel Krishna Palace, Hotel Rajhans
  • होमस्टे: Tribal stay & Rural Homestays (लोकल कल्चर के अनुभव के लिए)
  • मिड-रेंज रेसॉर्ट: कुछ रिसॉर्ट्स झाबुआ के बाहर मुख्य सड़कों पर उपलब्ध हैं।

🙋 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q. क्या झाबुआ में परिवार के साथ जाना सेफ है?
हाँ, यह एक शांत और सुरक्षित जगह है, विशेषकर ट्राइबल क्षेत्रों में भी अच्छा व्यवहार देखने को मिलता है।

Q. क्या झाबुआ घूमने के लिए एक दिन काफी है?
नहीं, यदि आप सभी प्रमुख प्लेस देखना चाहते हैं तो कम से कम 2-3 दिन रुकें।

Q. क्या भगोरिया मेला में विदेशी टूरिस्ट भी आते हैं?
हाँ, यह मेला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हो चुका है और विदेशी टूरिस्ट भी आते हैं।


✍️ निष्कर्ष: Jhabua Me Ghumne Ki Jagah

अगर आप भीड़भाड़ से दूर एक शांत जगह की तलाश कर रहे हैं जहां पर आपको प्राकृतिक सांस्कृतिक और मन को शांति देने वाली चीज देखने के लिए मिले तो यह जगह  आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन हो जाती है यहां की जनजाति संस्कृति प्राकृतिक दृश्य लोग जीवन का मेले का अनोखा अनुभव देता है अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल Jhabua Me Ghumne Ki Jagah अच्छा लगता है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल झाबुआ में घूमने की जगह कैसा लगाधन्यवाद।

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